(a) निचले पूर्व पाषाण काल में
(b) मध्य पूर्व पाषाण काल में
(c) ऊपरी पूर्व पाषाण काल में
(d) मध्य पाषाण काल में
Ans: [d) मध्य पाषाण काल में
व्याख्या: प्राप्त पुरातात्विक साक्ष्यों के अनुसार पशुपालन का प्रारम्भ मध्यपाषाण काल में माना जाता है। भारत में मध्यपाषाण काल में पशुपालन के साक्ष्य मध्यप्रदेश के आदमगढ़ एवं राजस्थान के बागौर से प्राप्त हुये हैं। मध्यपाषाण काल का प्रारंभ 10 हजार से 6 हजार ई.पू. के आसपास माना जाता है। लघु उपकरणों का प्रयोग इस काल की प्रमुख विशेषता है।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी