सैंधव सभ्यता के महान स्नानागार कहाँ से प्राप्त हुए हैं

(a)मोहनजोदड़ो
(b) हड़प्पा
(c) लोथल
(d) कालीबंगा

उत्तर: [a] मोहनजोदड़ो

व्याख्या: बृहत् स्नानागार ईटों के स्थापत्य का सुंदर उदाहरण है। यह मोहनजोदड़ो से प्राप्त महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थल है। इसकी उत्तर से दक्षिण की ओर लम्बाई 54.85 मी. तथा चौड़ाई पूर्व से पश्चिम की ओर 32.90 मीटर है। इसके मध्य में स्थित स्नानकुण्ड 14.5 मीटर लम्बा, 7.01 मीटर चौड़ा तथा 2.44 मीटर चौड़ी सीढ़ियां बनी हैं। स्नानागार के फर्श का ढाल दक्षिण से पश्चिम की ओर है । कुंड के पूर्व में स्थित एक कमरे से ईंटों की दोहरी पंक्ति से बने एक कूप का अवशेष प्राप्त है, जो संभवतः स्नानागार के लिए जल की आपूर्ति करता था। इसका उपयोग धार्मिक समारोहो के अवसर पर किया जाता था। मार्शल ने इसे तत्कालीन विश्व का एक आश्चर्यजनक निर्माण बताया है।

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