राख का टीला किस नवपाषाणिक स्थल से सम्बन्धित है?

(a) बुदिहाल
(b) संगनकल्लू
(c) कोल्डिहवा
(d) ब्रह्मगिरी

Ans: [b) संगनकल्लू

व्याख्या: कर्नाटक में मैसूर के पास वेल्लारी जनपद में स्थित संगनकल्लू नामक नवपाषाणकालीन पुरास्थल से राख का टीला मिला है। विद्वानों का अनुमान है कि यहां जानवरों का गोबर इकट्ठा करके आग लगा दी गई थी जिससे यह टीला बना है। बुदिहाल भी एक पुरातात्विक स्थल है यहां भी राख के ढेर पाये गये हैं जो मध्य पाषाणकालीन है जबकि ब्रह्मगिरि और कोल्डिहवा से क्रमशः मानव कब्र एवं धान की खेती का प्रमाण मिलता है।  

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