[1] बौद्ध
[2] जैन
[3] हिन्दू
[4] सिख
उत्तर: (2] जैन
व्याख्या: राजस्थान में माउण्ट आबू के दिलवाड़ा मंदिरों का निर्माण जैन धर्म के अनुयायियों द्वारा कराया गया। माउण्ट आबू पर्वतशृंखलाओं के ऊपर ‘संगमरमर द्वारा निर्मित’ मंदिरों का एक समूह है। यहाँ के विमल, तेजपाल और वास्तुपाल मंदिरों में जो शैली अपनाई गई (13 वीं सदी), वह खजुराहो की वास्तुशैली से भिन्न नहीं है। ऊँचे वेदिकाओं पर इन मंदिरों के शिखर अनेक लघु बुर्जियों से सज्जित है, इस शैली की सबसे बड़ी विशेषता अतिसूक्ष्म और खूबसूरत सज्जा है। भगवान आदिनाथ ‘अथवा प्रसिद्ध दिलवाड़ा मंदिर अपने समूह का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी