पुरालेख विद्या का अभिप्राय है:

(1) सिक्कों का अध्ययन

(2) शिलालेखों का अध्ययन

(3) महाकाव्यों का अध्ययन

(4) भूगोल का अध्ययन

Ans : (2) शिलालेखों का अध्ययन

अभिलेख या शिलालेख के अध्ययन को ‘पुरालेखशास्त्र‘ कहते हैं। अभिलेख मुहरों, स्तूपों, चट्टानों और ताम्रपत्रों पर मिलते हैं ये मन्दिर की दीवारों और ईंटोंया मूर्तियों पर उत्कीर्ण होते थे।सिक्कों का अध्ययन न्यूमिसमैटिक कहलाता है.

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