(a) कृषि
(b) मिट्टी के बर्तन बनाना
(c) पशुपालन
(d) शिकार खेलना
Ans: [d) शिकार खेलना
व्याख्या: पूर्व पाषाण कालीन मानव का मुख्य धंधा शिकार खेलना था. पूर्वपाषाणकालीन मनुष्य का जीवन पूर्णतः प्राकृतिक था। वे प्रधानतः आखेट पर निर्भर थे। उनका भोजन मांस या कन्दमूल हुआ करता था। अग्नि के प्रयोग से अपरिचित रहने के कारण वे मांस कच्चा खाते थे। उनके पास कोई निश्चित निवास स्थान भी नहीं था तथा उनका जीवन खानाबदोश अथवा घुमक्कड़ था। सभ्यता के इस आदिम युग में मनुष्य कृषि कर्म या पशुपालन से परिचित नहीं था और न ही वह बर्तनों का निर्माण करना जानता था। इस काल का मानव केवल खाद्य पदार्थों का उपभोक्ता ही था। वह अभी तक उत्पादक नहीं बन सका था। मनुष्य तथा जंगली जीवों के रहन-सहन में कोई अन्तर नहीं था।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी