[1] चन्द्रगुप्त प्रथम
[2] समुद्रगुप्त
[3] कुमारगुप्त
[4] स्कन्दगुप्त
उत्तर: (1] चन्द्रगुप्त प्रथम
व्याख्या: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त राजवंश के तीसरे शासक थे। वे 320 ए.डी. में अपने पिता घटोत्कच के उत्तराधिकारी के रूप में सत्तारुढ़ हुए। चंद्रगुप्त -1 ने ‘महाराजधिरजा’ या ‘राजाओं के राजा’ नामक पदवी ग्रहण किया। उन्होंने 320 ई. में गुप्त संवत की शुरुआत की, जिसने उनके सत्तारूढ़ होने की तारीख को चिह्नित किया। लिच्छवी राजकुमारी कुमारी देवी पहली भारतीय रानी थी जिनका चित्र सिक्कों पर छापा गया।
- वाल्मीकि रामायण और महाभारत में कितने प्रकार के गांवों का उल्लेख मिलता है?
- किस अवधि में रामायण एवं महाभारत की रचना हुई थी ?
- कौन से नाटक में गुप्त काल में एक गरीब मछुआरे के साथ राजकर्मचारियों के दुर्व्यवहार की बात कही हुई है
- चीनी तीर्थयात्री “श्वैन त्सांग” किस राजा के दरबार में रहे थे
- पश्चिम एशिया के यूनानी शासक सेल्यूकस निकेटर के राजदूत के रूप में मौर्यकाल में भारत कौन आया
- भारतीय दर्शन की षड्दर्शन में कौन शामिल है?
- कौन से बौद्ध ग्रंथ में बौद्ध संघ या मठों में रहने वाले लोगों के लिए नियमों का संग्रह था
- एक राजा अवन्तिपुत्र और बुद्ध के अनुयायी कच्चन के बीच संवाद कौन से बौद्ध ग्रंथ में है ?
- कौनसी जयंती चैत्र मास के शुक्ल पक्ष के तेरस के दिन मनाई जाती है?
- परिवार कल्याण विषय भारत के संविधान की किस अनुसूची में दिया गया है?