महापाषाण संस्कृति (500 ई ० पू ०-100 ई ०) हमें दक्षिण भारत के उस ऐतिहासिक युग से परिचित कराती है, जब महापाषाण काल में उपयोग में लाये जाते थे:

(1) पत्थर से बने अस्त्र

(2) पत्थर से बने औजार और उपकरण

(3) बड़े पत्थरों से घेरी गई समाधियाँ (कब्रे)

(4) पत्थर से बनी हुई दैनिक उपयोग की सामग्री

Ans : (2) बड़े पत्थरों से घेरी गई समाधियाँ (कब्रे)

भारतीय प्रायद्वीप के उच्च भागों में रहने वाले लोग महापाषाण निर्माता कहलाते हैं उनकी जानकारी उनकी कब्रों से हुई है जो महापाषाण कहलाती हैं। इन कब्रों को महापाषाण इसलिए कहते हैं कि इन्हें बड़े-बड़े पत्थरों के टुकड़ों से घेर दिया जाता था। इन कब्रों में दफनाए गए लोगों के न केवल अस्थिपंजर ही बल्कि मृदभांड और लोहे की वस्तुएँ भी मिली हैं।

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