[1] ऋग्वेद
[2] यजुर्वेद
[3] अथर्ववेद
[4] सामवेद
उत्तर: (1] ऋग्वेद
व्याख्या: आर्यों की सभ्यता वैदिक सभ्यता के नाम से विख्यात् है। स्रोतों के आधार पर संपूर्ण सभ्यता को दो भागों-ऋग्वैदिक सभ्यता (1500-1000 ई ० पू ०) और उत्तर-वैदिक सभ्यता (1000-600 ई ० पू ०) में विभक्त किया गया है। जिस काल में ऋग्वेद की रचना हुई, उसे ऋग्वैदिक काल कहा गया। जिस काल में ऋग्वेद के अतिरिक्त अन्य तीन वेद यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद, ब्राह्मण, उपनिषद् एवं आरण्यक आदि ग्रन्थों की रचना हुई, उसे उत्तर-वैदिक काल कहा गया है।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी