[1] अभय मुद्रा
[2] ध्यान मुद्रा
[3] धर्मचक्र मुद्रा
[4] भूमिस्पर्शी मुद्रा
उत्तर: (3] धर्मचक्र मुद्रा
व्याख्या: संस्कृत में धर्मचक्र से तात्पर्य धर्म का चक्र ‘से है। यह शब्द भगवान बुद्ध के जीवन में सबसे महत्त्वपूर्ण क्षणों में से एक का प्रतीक है, यह पहला अवसर था जब उन्होंने ज्ञान प्राप्ति के बाद सारनाथ के हिरण्य उद्यान में अपने साथियों को प्रथम उपदेश दिया था। इस घटना को प्रायः धर्म उपदेश की चक्र गति को स्थिर करने अर्थात् धर्मचक्रप्रवर्तन के रूप में जाना जाता है।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी