[1] बौद्ध
[2] जैन
[3] हिन्दू
[4] सिक्ख
उत्तर: (2] जैन
व्याख्या: कैवल्य, मोक्ष प्राप्ति से संबंधित जैन धर्म की महत्त्वपूर्ण अवधारणा है। जैन धर्म के अनुसार, सभी विद्यमान वस्तुओं को दो भागों जीव (सजीव वस्तुओं अर्थात् जिनमें आत्मा का वास हो) और अजीव (निर्जीव वस्तुओं अर्थात् जिनमें आत्मा का वास न हो) में विभाजित किया जाता है। सजीव प्राणियों (जीव) की निर्जीव प्राणियों (अजीव) के साथ की बाधा सभी दु: खों का कारण है। कैवल्य, सजीव प्राणियों के इन बाधाओं से मुक्त होने का मार्ग है।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी