जिसे डॉ बीआर अंबेडकर ने संविधान का ‘दिल और आत्मा’ बताया था?

(A) समानता का अधिकार
(B) शोषण के खिलाफ अधिकार
(C) संवैधानिक उपचार का अधिकार
(D) धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार

उत्तर- [3] संवैधानिक उपचार का अधिकार

व्याख्या : मसौदा समिति के अध्यक्ष डॉ. बीआर अर्नबेडकर ने संवैधानिक उपचार के मौलिक अधिकार को भारतीय संविधान का दिल और आत्मा बताया. संवैधानिक उपचारों का अधिकार नागरिकों को मौलिक अधिकारों से किसी भी तरह के इनकार के मामले में अदालत में जाने का अधिकार देता है। अदालतें विभिन्न प्रकार के रिट जारी कर सकती हैं। ये रिट हैं बंदी प्रत्यक्षीकरण, परमादेश, निषेध, यथा वारंटो और सर्टिओरीरी।