[1] प्रबंध
[2] अंग
[3] निबन्ध
[4] चरित
उत्तर: (2] अंग
व्याख्या: जैन धर्म की पवित्र पुस्तकों को सामूहिक रूप से ‘अंग’ कहा जाता है। इसमें विभिन्न छोटे-छोटे मुद्दों पर पचास पृथक् कृतियों को समाविष्ट किया गया है। ये मूल-पाठ मुख्यत: अर्ध-मागधी प्राकृत और शौरसेनी भाषा में लिखे गए हैं। इस प्रामाणिक धर्म ग्रंथ संग्रह में विभिन्न नियमों की अन्य पुस्तकों के अतिरिक्त, महावीर द्वारा उल्लेखित 14 ‘पूर्व’ या ‘आरंभिक कृतियों’ और महावीर के शिष्यों द्वारा रचित कई अंग भागों को शामिल किया गया है।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी