उत्तर– भारत में मुस्लिम विजय के पश्चात 13वीं सदी के लगभग भारतीय संगीत (उत्तर भारतीय) शैली पर ईरानी एवं अरबी संगीत शैलियों का प्रभाव पड़ा। जिससे एक नवीन विशिष्ट आयाम युक्त ‘हिंदुस्तानी संगीत शैली’ का उद्भव हुआ।
भारतीय संगीत का परंपरागत एवं शुद्धतम रूप कर्नाटक संगीत शैली के रूप में विकसित होता रहा। यद्यपि हिंदुस्तानी संगीत शैली का आरंभ सल्तनत काल से हो गया था, किंतु 18वीं सदी में इसका रूप स्थिर हो गया।
संगीत की हिंदुस्तानी शैली संगीत संरचना और उसमें तात्कालिकता की संभावनाओं पर अधिक केंद्रित हैं। ध्रुपद, धमर, होरी, ख्याल, टप्पा, चतुरंग, रससागर, तराना, सरगम और ठमरी हिंदुस्तानी संगीत में गायन की शैलियां हैं।
- वह स्रोत जिसमें पाटलिपुत्र के प्रशासन का वर्णन उपलब्ध है, वह है ?
- निम्नलिखित मुगल शासकों में से किसे ‘प्रिन्स ऑफ बिल्डर्स’ के नाम से पुकारा जाता है ?
- पहली सहायक सन्धि कौन सी थी ?
- बिहार प्रदेश को किस मुस्लिम शासक ने सर्वप्रथम जीता था ?
- पानीपत की दूसरी लड़ाई किनके बीच हुई थी ?
- मुगलकाल में सर्वप्रथम किस शहर में अंग्रेजों ने अपने कारखाने स्थापित किए ?
- गुप्त समाज की स्थापना किसने की थी ?
- किस अवधि में रामायण एवं महाभारत की रचना हुई थी ?
- इंगलैण्ड में गृहयुद्ध कितने वर्षों तक चला था ?
- तराइन का प्रथम युद्ध 1191 ई. किसके मध्य लड़ा गया ?