Ans : मोहनजोदड़ो
विशाल स्नानागार के अवशेष मोहनजोदड़ो से प्राप्त होते हैं। मोहनजोदड़ो का अब तक का सबसे प्रसिद्ध स्थल है विशाल सार्वजनिक स्नानागार, जिसका जलाशय दुर्ग के टीले में है। यह ईटों के स्थापत्य का एक सुंदर उदाहरण है। यह 11.88 मीटर लंबा, 7.01 मीटर चौड़ा और 2.43 मीटर गहरा है। इसके दोनों सिरों पर तले तक जाने के लिए सीढ़ियां लगी हुई है। बगल में कपड़े बदलने के लिए एक कमरे को बनाया गया है। स्नानागार का फर्श पक्की ईंटों का बना हुआ है तथा पास के कमरे में एक बड़ा सा कुआं है जिसका पानी निकालकर हौज में डाला जाता था। हौज के कानों में एक निर्गम है जिसके द्वारा पानी बहकर नाले में जाता था पूर्णविराम ऐसा माना जाता है कि यह विशाल स्नानागार धार्मिक अनुष्ठान संबंधित स्नान के लिए बना होता था जो भारत में पारंपरिक रूप से धार्मिक कार्यों के लिए आवश्यक रहा है।
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- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
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