[1] नालियाँ और कुएँ
[2] दुर्ग
[3] धान्यागार
[4] शिखर सहित मन्दिर
उत्तर: (4] शिखर सहित मन्दिर
व्याख्या: हड़प्पा स्थलों की खुदाई में शिखर सहित मन्दिर नहीं मिला है। मार्शल का विचार है कि हडप्पा सभ्यता के लोग लकड़ी के मन्दिर बनाते थे। मुहरें हड़प्पा सभ्यता की सर्वोत्तम कलाकृतियाँ हैं। अब तक लगभग 2000 मुहरें प्राप्त हुई हैं। इनमें से अधिकांश मुहरें (लगभग 500) मोहनजोदड़ो से मिली हैं। आमतौर पर मुहरें चौकोर होती थी। चौकोर मुहरों पर लेख व पशुआकृति दोनों होती थीं, जबकि बेलनाकार मुहरों पर ज्यादातर लेख अंकित होते थे। बेलनाकार, वृत्ताकार, आयताकार मुहरें भी मिली हैं। अधिकांश मुहरें सेलखड़ी की बनी होती थीं, परंतु कुछ गोमेद, मिट्टी एवं चर्ट की बनी थीं। मुहरों पर सर्वाधिक चित्र एक सींग वाले साँड (वृषभ) का है।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी