(a) सिन्धु
(b) झेलम
(c) सरस्वती
(d) दाश्क
उत्तर: [d] दाश्क
व्याख्या:हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेंडोर पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त में स्थित है। बलूचिस्तान के स्थल साधारणतः व्यापार मार्गों के साथ-साथ पाये जाते हैं। उदाहरण के लिए मकरान तट प्रदेश पर ऐसे अनेक स्थल हैं। यहाँ दो भौगोलिक तत्व महत्वपूर्ण हैं। पहले इस इलाके में अनेक नदियाँ समुद्रों में मिलती हैं। इन नदियों का मुहाना सुविधाजनक स्थान माना जा सकता है। आज जो बस्तियाँ समुद्र से कुछ मील दूर पायी जाती हैं वे समुद्र के किनारे पर थीं। अतः इन बस्तियों को दोहरा लाभ प्राप्त था, क्योंकि ये नदी के मुहाने पर भी स्थित थी और समुद्र के किनारे पर भी। पुरातात्विक दृष्टि से इनमें तीन स्थल महत्वपूर्ण हैं- सुत्कागेंडोर (दाश्क नदी के मुहाने पर), सोत्काकोह (शादी कोर के मुहाने पर) और बालाकोट (सोन मियामी खाड़ी के पूर्व में कुम्हार नदी के मुहाने पर)। सुत्कागेंडार स्थल की खोज 1927 ई. में आरेल स्टाइन ने की थी। इस शहर का किला पत्थर की दीवार से घिरा था तथा यह सैन्धव कालीन बंदरगाह के रूप में जाना जाता है।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
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- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी