(a) शिला लेख
(b) पक्की मिट्टी की मुहरों पर अंकित लेख
(c) पुरातात्विक खुदाई
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर: [c] पुरातात्विक खुदाई
व्याख्या:हड़प्पा संस्कृति की जानकारी के लिए हम पुरातात्विक साक्ष्यों का सहारा लेते हैं। हड़प्पा के टीले का सबसे पहले 1826 ई. में चार्ल्स मैसन ने उल्लेख किया था। दो प्रसिद्ध पुरातत्वशास्त्रियों दयाराम साहनी तथा राखालदास बनर्जी ने हड़प्पा (पंजाब के मान्टगोमरी जिले में स्थित) तथा मोहनजोदड़ो (सिन्ध के लरकाना जिले में स्थित) के प्राचीन स्थलों से पुरावस्तुएं प्राप्त करके यह सिद्ध कर दिया कि सिन्धु सभ्यता (हड़प्पा सभ्यता) भारत की प्राचीनतम् सभ्यता है।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी