(a) हड़प्पा
(b) राखीगढ़ी
(c) रोपड़
(d) मोहनजोदड़ो
उत्तर: [d] मोहनजोदड़ो
व्याख्या:सिन्धु सभ्यता के पुरास्थल मोहनजोदड़ों के ध्वंशावशेष पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के लरकाना जिले में सिन्धु नदी के दाहिने किनारे पर स्थित है। मोहनजोदड़ो के टीले लगभग पाँच किलोमीटर के क्षेत्र में फैले हुए हैं। मोहनजोदड़ो के टीलों के सन् 1922 में अन्वेषण का श्रेय राखालदास बनर्जी को है। मोहनजोदड़ो के निवास गृहों का निर्माण पकी ईटों से किया गया था। मोहनजोदड़ो से अभी तक समाधि क्षेत्र (अगर कोई था) के विषय में जानकारी नहीं है। मोहनजोदड़ो नगर के अन्दर शव विसर्जन के दो प्रकार के साक्ष्य मिले हैं- (1) आंशिक शवाधान, (2) पूर्ण समाधिकरण (दफनाना)। चिड़ियों, मछलियों आदि की हड्डियों, कोयला एवं राख, मृत्पिण्ड, आभूषण आदि भरे हुए मिले थे। इनको कतिपय विद्वानों ने आंशिक शवाधान का उदाहरण माना है। दूसरी कोटि के अन्तर्गत मोहनजोदड़ों के अंतिम चरण से प्राप्त बयालीस (42) कंकालों को रखा जा सकता है जो नगर क्षेत्र के अन्दर मकानों तथा सार्वजनिक मार्गो पर अस्त-व्यस्त दशा में पड़े हुए मिले हैं।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी