‘गुप्त’ राजा जिसने ‘विक्रमादित्य’ की पदवी ग्रहण की थी, वह था:?

[1] स्कन्दगुप्त
[2] समुद्रगुप्त
[3] चन्द्रगुप्त- II
[4] कुमारगुप्त

उत्तर: (3] चन्द्रगुप्त- II

व्याख्या: गुप्त राजा चन्द्रगुप्त द्वितीय ने ‘विक्रमादित्य’ की पदवी ग्रहण किया था। वह विष्णु का अनन्य भक्त था जिसकी सर्वप्रिय उपाधि ‘परमभागवत’ थी। चन्द्रगुप्त द्वितीय ने स्वर्ण, चाँदी और ताँबे सिक्के जारी करवाया था। सर्वप्रथम चन्द्रगुप्त द्वितीय ने ही चाँदी के सिक्कों को प्रचलन करवाया था। इस सिक्के के मुख भाग पर राजा की आकृति तथा पृष्ठ भाग पर गरुड़ की आकृति मिलती है।

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