(a) हड़प्पा संस्कृति
(b) मध्य गंगा घाटी की नव पाषाणिक संस्कृति
(c) बलूचिस्तान की ताम्र पाषाणिक संस्कृति
(d) कश्मीर घाटी की नव पाषाणिक संस्कृति
Ans: [d) कश्मीर घाटी की नव पाषाणिक संस्कृति
व्याख्या: गर्त निवास कश्मीर घाटी की नव पाषाणिक संस्कृति संस्कृति का विशिष्ट लक्षण है. उत्तरी भारत में नवपाषाण काल के पुरावशेष जम्मू-कश्मीर प्रदेश में झेलम की घाटी में स्थित विभिन पुरास्थलों से प्राप्त हुए हैं। बुर्जहोम और गुफकराल के उत्खनन से गर्त-निवासों के अवशेष प्राप्त हुए हैं। कश्मीर के इन दोनों नवपाषाणिक स्थलों की मुख्य विशेषता गर्तावास, विभिन्न प्रकार के मृदभाण्ड, पत्थर व हड्डी के औजार तथा सूक्ष्म पाषाण उपकरणों का पूर्णतः अभाव है।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी