(a) जीमूतवाहन
(b) लक्ष्मीधर
(c) माधव
(d) विज्ञानेश्वर
उत्तर: [a] जीमूतवाहन
व्याख्या:कौटुम्बिक विधान के सन्दर्भ में जीमूतवाहन ने ‘दायभाग’ की रचना की जो कि बंगाल एवं असम में प्रचलित थी जिसके अनुसार पिता की मृत्योपरांत ही पुत्र न्यासी एवं संरक्षक के रूप में सम्पत्ति का उत्तराधिकारी होता है। लक्ष्मीधर ने 1080-1100 के बीच ‘कृत्यकल्पतरु’ नामक ग्रन्थ की रचना की। विज्ञानेश्वर ने बारहवीं शती में याज्ञवल्क्य स्मृति पर ‘मिताक्षरा’ नामक भाष्य की रचना की।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी