चंद्रगुप्त मौर्या ने अपने अंतिम दिन कहां व्यतीत किए?

[1] पाटलिपुत्र
[2] थानेश्वर
[3] कांची
[4] श्रवणबेलगोला

उत्तर: (4] श्रवणबेलगोला

व्याख्या: अपने जीवन के अंतिम दिनों के दौरान चन्द्रगुप्त ने अपना सिंहासन अपने पुत्र बिन्दुसार को सौंप दिया और संन्यासी के रूप में अपना शेष जीवन व्यतीत करने लगे। उन्होंने जैन धर्म स्वीकार कर लिया और भद्रबाहु के साथ अपने जीवन के अंतिम दिन कर्नाटक में स्थित ‘श्रवणबेलगोला’ नामक स्थान पर बिताए।

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