[1] पाटलिपुत्र
[2] थानेश्वर
[3] कांची
[4] श्रवणबेलगोला
उत्तर: (4] श्रवणबेलगोला
व्याख्या: अपने जीवन के अंतिम दिनों के दौरान चन्द्रगुप्त ने अपना सिंहासन अपने पुत्र बिन्दुसार को सौंप दिया और संन्यासी के रूप में अपना शेष जीवन व्यतीत करने लगे। उन्होंने जैन धर्म स्वीकार कर लिया और भद्रबाहु के साथ अपने जीवन के अंतिम दिन कर्नाटक में स्थित ‘श्रवणबेलगोला’ नामक स्थान पर बिताए।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी