[1] जयसिंह II
[2] विक्रमादित्य VI
[3] सोमेश्वर II
[4] पुलकेशिन II
उत्तर: (4] पुलकेशिन II
व्याख्या: बादामी (वातापी) के चालुक्य वंश के शासकों में पुलकेशिन द्वितीय सर्वाधिक योग्य तथा शक्तिशाली था। जिस समय पुलकेशिन द्वितीय दक्षिण में अपनी शक्ति का विस्तार कर रहा था उसी समय उत्तरी भारत में हर्षवर्धन अनेक राजाओं को जीतकर अपनी अधीनता में करने में व्यस्त था। हर्ष की विजयों के फलस्वरूप उसके राज्य की पश्चिमी सीमा नर्मदा नदी तक जा पहुँची। ऐसी स्थिति में दोनों नरेशों के बीच संघर्ष अवश्यंभावी हो गया। फलस्वरूप हर्ष और पुलकेशिन के बीच नर्मदा नदी के तट पर युद्ध हुआ जिसमें हर्ष की पराजय हुई। पुलकेशिन द्वितीय की उपलब्धियों का विवरण एहोल अभिलेख से प्राप्त होता है।
- हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं
- मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है
- हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है
- सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है
- हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे
- हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं
- निम्नलिखित में से किसकी पूजा हड़प्पा संस्कृति में नहीं होती थी