महापाषाण संस्कृति (500 ई ० पू ०-100 ई ०) हमें दक्षिण भारत के उस ऐतिहासिक युग से परिचित कराती है, जब महापाषाण काल में उपयोग में लाये जाते थे:

(1) पत्थर से बने अस्त्र

(2) पत्थर से बने औजार और उपकरण

(3) बड़े पत्थरों से घेरी गई समाधियाँ (कब्रे)

(4) पत्थर से बनी हुई दैनिक उपयोग की सामग्री

Ans : (2) बड़े पत्थरों से घेरी गई समाधियाँ (कब्रे)

भारतीय प्रायद्वीप के उच्च भागों में रहने वाले लोग महापाषाण निर्माता कहलाते हैं उनकी जानकारी उनकी कब्रों से हुई है जो महापाषाण कहलाती हैं। इन कब्रों को महापाषाण इसलिए कहते हैं कि इन्हें बड़े-बड़े पत्थरों के टुकड़ों से घेर दिया जाता था। इन कब्रों में दफनाए गए लोगों के न केवल अस्थिपंजर ही बल्कि मृदभांड और लोहे की वस्तुएँ भी मिली हैं।

मानव द्वारा प्रयुक्त पहली धातु थी

(1) ऐल्युमिनियम

(2) कॉपर

(3) आयरन

(4) सिल्वर

Ans: कॉपर

मानव द्वारा प्रयुक्त पहली धातु तांबा (कॉपर) थी। वे तांबे के औजार, हथियार और कंगन बनाते थे।

प्राचीन काल में स्रोत सामग्री लिखने के लिए प्रयुक्त भाषा थी:

(1) संस्कृत (2) पाली (3) ब्राह्मी (4) खरोष्ठी Ans: संस्कृत प्राचीन काल में स्रोत सामग्री लिखने के लिए प्रयुक्त भाषा संस्कृत थी। संस्कृत भारत की एक शास्त्रीय भाषा है, यह विश्व की सबसे पुरानी उल्लिखित भाषाओं में से एक है। संस्कृत हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार की हिन्द-ईरानी शाखा की हिन्द-आर्य (Indo-Aryan) उपशाखा में शामिल है।आधुनिक भारतीय भाषाएँ … Read more

पुरालेख विद्या का अभिप्राय है:

(1) सिक्कों का अध्ययन

(2) शिलालेखों का अध्ययन

(3) महाकाव्यों का अध्ययन

(4) भूगोल का अध्ययन

Ans : (2) शिलालेखों का अध्ययन

अभिलेख या शिलालेख के अध्ययन को ‘पुरालेखशास्त्र‘ कहते हैं। अभिलेख मुहरों, स्तूपों, चट्टानों और ताम्रपत्रों पर मिलते हैं ये मन्दिर की दीवारों और ईंटोंया मूर्तियों पर उत्कीर्ण होते थे।सिक्कों का अध्ययन न्यूमिसमैटिक कहलाता है.

सीता माता अभ्यारण कौन से जिले में है?

A. प्रतापगढ़
B. जयपुर
C. अमरावती
D. नागौर

सही उत्तर : प्रतापगढ़

सीता माता अभ्यारण एक वन्य जीव अभ्यारण है. तथा सीता माता अभ्यारण राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में स्थित है. सीता माता अभ्यारण राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले का आकर्षण केंद्र है.

निम्नलिखित में से कौन बुद्ध की पालक माता थी?

A. पूर्णा
B. गजलक्ष्मी
C. माया
D. महापजापति गौतमी

Ans: D. महापजापति गौतमी

Explanation:
परंपरागत कथा के अनुसार:

  • बुद्ध की पालक माता, महापजापति गौतम बुद्ध से दीक्षा प्राप्त करने वाली पहली महिला थीं और वह पहली भिक्खुनी (बौद्ध तपस्विन) बन गईं थी
  • बुद्ध को जन्म देने वाली माता माया और महापजापति गोतमी, सुबाबुध और कोलियान राजकुमारी की बहनें थीं। महापजापति बुद्ध की मामी होने के कारण, उनकी बहन माया की मृत्यु के बाद उन्हें गोद लिया और उनका पालन-पोषण किया।

संविधान की आवश्यकता क्यों है

संविधान की आवश्यकता क्यों है: किसी भी देश को सुचारू रूप से चलाने के लिए संविधान की आवश्यकता पड़ती है। संविधान, कानूनों का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। जो सरकार की मूल संरचना और इसके कार्यों को निर्धारित करता है। जिसके अनुसार देश का शासन चलता है। प्रत्येक सरकार संविधान के अनुसार कार्य करती है। संविधान देश के अन्य सभी कानूनों से श्रेष्ठ होता है। यह सर्वोच्च कानून है। जो सरकार के अंगों तथा नागरिकों के आधारभूत अधिकारों को परिभाषित तथा  सीमांकित करता है।

 संविधान लिखित नियमों की ऐसी किताब है। जिसे किसी देश में रहने वाले सभी लोग सामूहिक रूप से मानते हैं संविधान से किसी क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों के बीच के आपसी संबंध तय होने के साथ-साथ लोगों और सरकार के बीच भी संबंध तय होते हैं संविधान अनेक कार्य हैं जिनमें प्रमुख इस प्रकार है।

  1. यह साथ रहे रहे विभिन्न तरह के लोगों के बीच जरूरी भरोसे तथा सहयोग विकसित करता है।
  2. संविधान स्पष्ट करता है। कि सरकार का गठन कैसे होगा तथा किसे फैसले लेने का अधिकार है।
  3.  यह सरकार के अधिकारों को सीमा तय करता है। तथा हमें बताता है। कि नागरिकों के अधिकार क्या क्या है।
  4.  यह अच्छे समाज के गठन के लिए लोगों की आकांक्षाओं को व्यक्त करता है।

संविधान की प्रमुख विशेषताएं

संविधान का अर्थ

  •  संविधान स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति करता है प्रत्येक स्वतंत्र देश अपना संविधान  बनाता है।
  •  संविधान सरकार के मूलभूत ढांचे को निश्चित करता है। यह सरकार के मुख्य अंग  विधायिका, कार्यपालिका तथा न्यायपालिका की व्यवस्था करता है। संविधान ने केवल प्रत्येक अंग के अधिकार को परिभाषित करता है बल्कि उनके उत्तरदायित्व भी सुनिश्चित करता है यह तीन अंगों के मध्य पारस्परिक संबंध तथा इसका जनता से संबंध स्थापित करता है। संक्षेप में  संविधान एक कानूनी किताब है जिसे के अनुसार किसी भी देश की सरकार कार्य करती है।
  •  संविधान में लिखित कानून जी ने आधारभूत कानून भी कहा जाता है। जिनके आधार पर किसी देश के प्रशासन हेतु नियम तथा भी नियम बनाए जाते हैं।

संविधान और लोकतांत्रिक सरकार

  •  भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में संविधान का महत्व और भी अधिक है लोकतंत्र में सरकार के क्रियाकलापों में प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से नागरिक अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हैं ।यह ऐसी सरकार होती है जिसमें सरकार की शक्ति स्पष्ट रूप से परिभाषित रहती है लोकतांत्रिक सरकार में नागरिकों के अधिकार का भी स्पष्ट विवरण दिया जाता है सरकार तथा नागरिकों की गतिविधियों की सीमाएं किस प्रकार निर्धारित की जाए यह संविधान के द्वारा निश्चित किया जाता है।
  • इस प्रकार हम देखते हैं कि संविधान एक आलेख मात्र नहीं है अपितु यह क्रियाशील संस्थाओं की आवश्यकताओं, अपेक्षाओं तथा आकांक्षाओं के साथ निरंतर विकसित होता रहता है।
  •  प्रत्येक संविधान की सार्थकता तथा विषय वस्तु उसके  क्रियान्वयन के तरीके तथा उसे क्रियान्वित करने वाले व्यक्ति पर निर्भर है इस प्रकार संविधान एक जीवित आलेख है।