मराट लोंगरी वन्यजीव अभयारण्य किस राज्य में स्थित है?

A. मिजोरम
B. मेघालय
C. झारखंड
D. असम

Ans: असम

Exp: मराट लोंगरी वन्यजीव अभयारण्य असम राज्य में स्थित है । नीचे अन्य सभी अभ्यारण का लिस्ट उपलब्ध करवाई जा रही है उन्हें भी कृपा पढ़ें ।

असम सोनल रूपल अभयारण्य, बराली वन्यजीव अभयारण्य, देहिंग पटकाई वन्यजीव अभयारण्य, पूर्वी कार्बी आंगलोंग वन्यजीव अभयारण्य, मराट लोंगरी वन्यजीव अभयारण्य
मेघालय – नोकरेक राष्ट्रीय उद्यान, बलपक्रम राष्ट्रीय उद्यान, बाघमारा रिजर्व वन, सिजू पक्षी अभयारण्य, नोंगखिलेम वन्यजीव अभयारण्य।
मिजोरम – नगेंगपुर वन्यजीव अभयारण्य, टोकालो वन्यजीव अभयारण्य।
झारखंड – दलमा वन्यजीव अभयारण्य, पालकोट वन्यजीव अभयारण्य, महुआदानर भेड़िया अभयारण्य, गौतम बुद्ध वन्यजीव अभयारण्य, लवलॉन्ग वन्यजीव अभयारण्य।

हड़प्पा संस्कृति के किस स्थल से कब्रिस्तान के प्रमाण नहीं मिले हैं

(a) हड़प्पा (b) राखीगढ़ी (c) रोपड़ (d) मोहनजोदड़ो उत्तर: [d] मोहनजोदड़ो व्याख्या:सिन्धु सभ्यता के पुरास्थल मोहनजोदड़ों के ध्वंशावशेष पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के लरकाना जिले में सिन्धु नदी के दाहिने किनारे पर स्थित है। मोहनजोदड़ो के टीले लगभग पाँच किलोमीटर के क्षेत्र में फैले हुए हैं। मोहनजोदड़ो के टीलों के सन् 1922 में अन्वेषण का … Read more

मोहनजोदड़ो की प्रसिद्ध पशुपति मुहर पर देवता किन पशुओं से घिरा है

(a) भैंसा, गैंडा, भेंड़ तथा चीता (b) चीता, सर्प, गैंडा तथा बैल (c) सिंह, गैंडा, बैल नथा घड़ियाल (d) चीता, गैंडा, भैंसा तथा हाथी उत्तर: [d] चीता, गैंडा, भैंसा तथा हाथी व्याख्या:मोहनजोदड़ों से प्राप्त ‘पशुपति शिब ‘की मुहर विशेष प्रसिद्ध है। इस मुहर में एक त्रिमुखी पुरुष को एक चौकी पर पद्मासन मुद्रा में बैठे … Read more

हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है

(a) सिन्धु (b) झेलम (c) सरस्वती (d) दाश्क उत्तर: [d] दाश्क व्याख्या:हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेंडोर पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त में स्थित है। बलूचिस्तान के स्थल साधारणतः व्यापार मार्गों के साथ-साथ पाये जाते हैं। उदाहरण के लिए मकरान तट प्रदेश पर ऐसे अनेक स्थल हैं। यहाँ दो भौगोलिक तत्व महत्वपूर्ण हैं। पहले इस इलाके … Read more

किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं

(a) सुरकोटदा, कालीबंगा और धौलावीरा (b) कालीबंगा, माण्डा और सुरकोटदा (c) सुरकोटदा, धौलावीरा और माण्डा (d) सुरकोटदा और कालीबंगा उत्तर: [d] सुरकोटदा और कालीबंगा व्याख्या:हड़प्पा सभ्यता में मोहनजोदड़ों से घोड़े की मृण्मूर्ति, लोथल से घोड़े से मृणमूर्ति तथा दायें जबड़े का साक्ष्य, रानाधुण्डई के प्राक हड़प्पा के स्तर से घोड़े के दांत, सुरकोटड़ा से घोड़े … Read more

निम्नलिखित में से किन हड़प्पाई स्थलों पर घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं

(a) सुरकोटदा, कालीबंगा और धौलावीरा (b) कालीबंगा, माण्डा और सुरकोटदा (c) सुरकोटदा, धौलावीरा और माण्डा (d) सुरकोटदा और कालीबंगा उत्तर: [d] सुरकोटदा और कालीबंगा व्याख्या:हड़प्पा सभ्यता में मोहनजोदड़ों से घोड़े की मृण्मूर्ति, लोथल से घोड़े से मृणमूर्ति तथा दायें जबड़े का साक्ष्य, रानाधुण्डई के प्राक हड़प्पा के स्तर से घोड़े के दांत, सुरकोटड़ा से घोड़े … Read more

भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है

(a) आलमगीरपुर (b) कालीबंगा (c) लोथल (d) राखीगढ़ी उत्तर: [d] राखीगढ़ी व्याख्या:हड़प्पा सभ्यता का पुरास्थल राखीगढ़ी हरियाणा राज्य के हिसार जिले में स्थित है। इस स्थल की खोज प्रो. सूरज भान और रफीक मुगल ने 1971 ई. में की थी। यहाँ से सिंधु पूर्व सभ्यता के अवशेष मी प्राप्त हुए हैं। भारत में हड़प्पा सभ्यता … Read more

सुत्कागेनडोर किस नदी के तट पर स्थित है

(a) सिन्धु (b) झेलम (c) सरस्वती (d) दाश्क उत्तर: [d] दाश्क व्याख्या:हड़प्पा संस्कृति से जुड़ा पुरास्थल सुत्कागेंडोर पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त में स्थित है। बलूचिस्तान के स्थल साधारणतः व्यापार मार्गों के साथ-साथ पाये जाते हैं। उदाहरण के लिए मकरान तट प्रदेश पर ऐसे अनेक स्थल हैं। यहाँ दो भौगोलिक तत्व महत्वपूर्ण हैं। पहले इस इलाके … Read more

हड़प्पा संस्कृति के लोग लाजवर्द किस देश से प्राप्त करते थे

(a) ईरान (b) इराक (c) मित्र (d) अफगानिस्तान उत्तर: [d] अफगानिस्तान व्याख्या:सिन्धु सभ्यता की आर्थिक संरचना में व्यापार एवं वाणिज्य का अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान था। सिन्धु सभ्यता के बाह्य व्यापार के सम्बन्ध में अपेक्षाकृत अधिक साक्ष्य उपलब्ध हैं। सिन्धु सभ्यता के नगरों का मध्य एवं पश्चिमी एशिया के देशों के साथ घनिष्ठ व्यापारिक सम्बन्ध थे। … Read more

हड़प्पा संस्कृति में किस प्रकार की मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं

(a) बेलनाकार (b) अण्डाकार (c) गोलाकार (d) चौकोर उत्तर: [d] चौकोर व्याख्या:हड़प्पा सभ्यता के स्थापत्य कला के क्षेत्र में मुहरों का महत्वपूर्ण स्थान है। मुहरों पर विकसित मूर्तिकला के दर्शन होते हैं। मुहरों का आकार मुख्यतः चौकोर या आयताकार है। चौकोर मुहरें सर्वाधिक लोकप्रिय थीं। मुहरों पर अत्यन्त तीक्ष्ण एवं सूक्ष्म उपकरणों से वृषभ, हाथी, … Read more