[1] गुप्त वंश
[2] कुषाण वंश
[3] मौर्य वंश
[4] पाल वंश
उत्तर: (1] गुप्त वंश
व्याख्या: आर्यभट्ट और वाराहमिहिर जैसे सुविख्यात व्यक्तित्व गुप्तकाल में हुए थे। भारतीय इतिहास में चन्द्रगुप्त द्वितीय ‘विक्रमादित्य’ का काल स्वर्णयुग के रूप में जाना जाता है। उस समय भारत ने साहित्य कला और विज्ञान क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की। आर्यभट्ट ने पाई का मान बताया तथा कहा कि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है। वाराहमिहिर ने ‘पंचसिद्धान्तिका’ नामक ज्योतिष आधारित पुस्तक की रचना की थी।
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